न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Updated Mon, 30 Nov 2020 03:02 PM IST
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नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में एक और हरियाणा सरकार समर्थक विधायक ने चेयरमैन पद छोड़ दिया। दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से सोमवार दोपहर बाद इस्तीफा दिया। उन्होंने सीएम मनोहर लाल को अपना त्यागपत्र भेजा है। उनसे पहले बरवाला से जजपा विधायक जोगी राम सिहाग चेयरमैन पद अस्वीकार कर चुके हैं।
दादरी विधायक किसान आंदोलन के समर्थन में सांगवान खाप-40 का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने खाप पंचायत में मंगलवार को किसानों के साथ दिल्ली कूच की घोषणा भी की है। हालांकि, सोमबीर सांगवान सरकार को अपना समर्थन जारी रखेंगे। सीएम को भेजे त्याग पत्र में उन्होंने कहा है कि किसानों के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
आज पूरे देश की तरह उनके चुनाव क्षेत्र दादरी के लोग भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस समय उनका सहयोग मेरी पहली प्राथमिकता है। अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मैंने किसानों को समर्थन दिया है। आशा है कि परिस्थितियों को समझते हुए आप पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से मेरा त्यागपत्र स्वीकार करेंगे।
किसान आंदोलन लंबा खिंचने पर किसान समर्थक और विधायक अपने सरकारी पद त्याग सकते हैं। किसान पृष्ठभूमि के विधायकों पर इसका दबाव तेजी से बढ़ रहा है। चर्चाएं तो यहां तक हैं कि एक मंत्री इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। गठबंधन सहयोगी जजपा पर भी सरकार से समर्थन वापसी का दबाव काफी बढ़ गया है। बीते दिनों जजपा विधायक जोगी राम सिहाग ने चेयरमैन पद तक ठुकरा दिया था।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में एक और हरियाणा सरकार समर्थक विधायक ने चेयरमैन पद छोड़ दिया। दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से सोमवार दोपहर बाद इस्तीफा दिया। उन्होंने सीएम मनोहर लाल को अपना त्यागपत्र भेजा है। उनसे पहले बरवाला से जजपा विधायक जोगी राम सिहाग चेयरमैन पद अस्वीकार कर चुके हैं।
दादरी विधायक किसान आंदोलन के समर्थन में सांगवान खाप-40 का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने खाप पंचायत में मंगलवार को किसानों के साथ दिल्ली कूच की घोषणा भी की है। हालांकि, सोमबीर सांगवान सरकार को अपना समर्थन जारी रखेंगे। सीएम को भेजे त्याग पत्र में उन्होंने कहा है कि किसानों के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
आज पूरे देश की तरह उनके चुनाव क्षेत्र दादरी के लोग भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस समय उनका सहयोग मेरी पहली प्राथमिकता है। अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मैंने किसानों को समर्थन दिया है। आशा है कि परिस्थितियों को समझते हुए आप पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से मेरा त्यागपत्र स्वीकार करेंगे।
किसान आंदोलन लंबा खिंचने पर किसान समर्थक और विधायक अपने सरकारी पद त्याग सकते हैं। किसान पृष्ठभूमि के विधायकों पर इसका दबाव तेजी से बढ़ रहा है। चर्चाएं तो यहां तक हैं कि एक मंत्री इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। गठबंधन सहयोगी जजपा पर भी सरकार से समर्थन वापसी का दबाव काफी बढ़ गया है। बीते दिनों जजपा विधायक जोगी राम सिहाग ने चेयरमैन पद तक ठुकरा दिया था।